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लेखनी प्रतियोगिता -18-Mar-2022 होरी के रसिया

होली का स्वरचित गीत 


नैनन सों रंग बरसाय गई , इक छोरी बरसाने की 
अरे नैनन सों रंग बरसाय गई , इक छोरी बरसाने की 
या छोरी बरसाने की , अ र र र गोरी वृंदावन की 
सैनन (इशारे से) सों मोय बुलाय गई , या छोरी बरसाने की 
अरे नैनन सों रंग बरसाय गई , या छोरी बरसाने की । 

कोरी कोरी पहनी चुनरिया 2 
लचक रही याकी पतली कमरिया 
नैक (जरा) हौलै से मुसकाय गई, या छोरी बरसाने की ।
अरे नैनन सों रंग बरसाय गई , या गोरी बरसाने की ।। 

मन ही मन में फूली डोलै 2 
मीठी मीठी बोली बोलै 
कान्हा की नींद उड़ाय गई , इक छोरी बरसाने की 
अरे, नैनन सों रंग बरसाय गई , इक छोरी बरसाने की ।। 

सब सखियां हिलमिल कर आईं 2 
कान्हा की हुई खूब खिंचाई 
कान्हा ते मेल मिलाय गई , इक छोरी बरसाने की 
अरे, नैनन सों रंग बरसाय गई , इक छोरी बरसाने की 
इक छोरी बरसाने की , इक गोरी वृंंदावन की 
अरे, नैनन सों रंग बरसाय गई, इक छोरी बरसाने की ।। 

होली के पावन पर्व पर आपको एवं आपके परिवार को बहुत बहुत शुभकामनाएं 
💐💐💐🙏🙏🙏

हरिशंकर गोयल "हरि" 
17.3.22 

   19
18 Comments

Seema Priyadarshini sahay

22-Mar-2022 12:51 AM

बहुत खूबसूरत

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Hari Shanker Goyal "Hari"

22-Mar-2022 01:29 AM

हार्दिक आभार आपका मैम

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Abhinav ji

20-Mar-2022 09:14 AM

Very nice 👍

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Hari Shanker Goyal "Hari"

22-Mar-2022 01:29 AM

💐💐🙏🙏

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Gunjan Kamal

19-Mar-2022 04:36 PM

शानदार प्रस्तुति 👌🙏🏻

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Hari Shanker Goyal "Hari"

19-Mar-2022 04:56 PM

💐💐🙏🙏

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